नई दिल्ली
पिछले साल रेकॉर्ड पर रेकॉर्ड तोड़ रहे विराट कोहली के हाथ से एक ब्रैंड फिसल गया। हालांकि, उनके ओवरऑल इंडॉर्समेंट वैल्यू में 30 करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। 2016 में विराट के पास 20 ब्रैंड थे और उनकी इंडॉर्समेंट वैल्यू 120 करोड़ के आसपास थी। हालांकि, 2017 के अंत तक उनके पास 19 ब्रैंड रह गए मगर उनसे होने वाली उनकी कमाई 150 करोड़ से थोड़ा अधिक रही।
भारतीय खेल और खिलाड़ियों को मिलने वाले स्पॉन्सर्स पर आंकड़ा तैयार करने वाली ईएसपी प्रॉपर्टीज की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के मुकाबले 2017 में भारतीय खेलों में ज्यादा प्रायोजक आए हैं। इस दौरान देश में खेलों की ओवरऑल स्पॉन्सरशिप में 14 फीसदी का इजाफा हुआ है।
धोनी के पास हैं 13 ब्रैंड
एक वक्त था जब भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार महेंद्र सिंह धोनी के पास 24 ब्रैंड थे। हालांकि, अब विराट का सितारा बुलंद है। बावजूद इसके धोनी के पास अब भी 13 ब्रैंड्स हैं। इन विज्ञापनों की बदौलत 2017 में उनकी कीमत तकरीबन 60 करोड़ रही।
सचिन आज भी कम नहीं
रिटायरमेंट के 5 साल बाद भी मास्टर बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर की ब्रैंड वैल्यू कम नहीं हुई है। पिछले साल के अंत तक उनके पास दुनिया के 9 मशहूर ब्रैंड्स थे। उनकी कुल इंडॉर्समेंट वैल्यू 30 करोड़ के आसपास आंकी गई।
हार्दिक का ग्राफ चढ़ादो साल पहले सचिन, धोनी और विराट के बाद रविचंद्रन अश्विन का नंबर आ गया था। हालांकि, पिछले साल उनका ग्राफ गिरा है और इसका फायदा ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को हुआ है। पिछले 7-8 महीनों के दौरान उनसे 7 ब्रैंड जुड़े हैं। उनकी इंडॉर्समेंट वैल्यू हालांकि 4 करोड़ के आसपास ही है, लेकिन वह मार्केट की निगाहों में हैं। पिछले साल के दौरान युवा क्रिकेटरों में पृथ्वी साव और ईशान किशन सबसे ज्यादा फायदे में रहे।
पिछले साल रेकॉर्ड पर रेकॉर्ड तोड़ रहे विराट कोहली के हाथ से एक ब्रैंड फिसल गया। हालांकि, उनके ओवरऑल इंडॉर्समेंट वैल्यू में 30 करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। 2016 में विराट के पास 20 ब्रैंड थे और उनकी इंडॉर्समेंट वैल्यू 120 करोड़ के आसपास थी। हालांकि, 2017 के अंत तक उनके पास 19 ब्रैंड रह गए मगर उनसे होने वाली उनकी कमाई 150 करोड़ से थोड़ा अधिक रही।
भारतीय खेल और खिलाड़ियों को मिलने वाले स्पॉन्सर्स पर आंकड़ा तैयार करने वाली ईएसपी प्रॉपर्टीज की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के मुकाबले 2017 में भारतीय खेलों में ज्यादा प्रायोजक आए हैं। इस दौरान देश में खेलों की ओवरऑल स्पॉन्सरशिप में 14 फीसदी का इजाफा हुआ है।
धोनी के पास हैं 13 ब्रैंड
एक वक्त था जब भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार महेंद्र सिंह धोनी के पास 24 ब्रैंड थे। हालांकि, अब विराट का सितारा बुलंद है। बावजूद इसके धोनी के पास अब भी 13 ब्रैंड्स हैं। इन विज्ञापनों की बदौलत 2017 में उनकी कीमत तकरीबन 60 करोड़ रही।
सचिन आज भी कम नहीं
रिटायरमेंट के 5 साल बाद भी मास्टर बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर की ब्रैंड वैल्यू कम नहीं हुई है। पिछले साल के अंत तक उनके पास दुनिया के 9 मशहूर ब्रैंड्स थे। उनकी कुल इंडॉर्समेंट वैल्यू 30 करोड़ के आसपास आंकी गई।
हार्दिक का ग्राफ चढ़ादो साल पहले सचिन, धोनी और विराट के बाद रविचंद्रन अश्विन का नंबर आ गया था। हालांकि, पिछले साल उनका ग्राफ गिरा है और इसका फायदा ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को हुआ है। पिछले 7-8 महीनों के दौरान उनसे 7 ब्रैंड जुड़े हैं। उनकी इंडॉर्समेंट वैल्यू हालांकि 4 करोड़ के आसपास ही है, लेकिन वह मार्केट की निगाहों में हैं। पिछले साल के दौरान युवा क्रिकेटरों में पृथ्वी साव और ईशान किशन सबसे ज्यादा फायदे में रहे।